18 मार्च 1956 को डॉ भीमराव आंबेडकर जी के आगरा आगमन का महत्व

Last Updated on 2 years by Dr Munna Lal Bhartiya

डॉ मुन्नालाल भारतीय के अनुसार भारत रत्न संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी का 18 मार्च 1956 में आगरा आगमन बहुत ही महत्वपूर्ण है। 18 मार्च 1956 को बाबा साहेब शेड्यूल कास्ट फेडरेशन के 15 वें अधिवेशन में हिस्सा लेने आगरा आए थे, और रामलीला मैदान में उन्होंने सभा को संबोधित किया जिसमें लाखों अनुयायियों की भीड़ थी ।

भीड़ को देखकर बाबा साहेब काफी अचंभित एवं प्रभावित हुए और उन्होंने कहा की यदि उन्हें आभास होता कि आगरा में इतने उनके अनुयायी है तो वह अपने मिशन की शुरुआत यहीं से करते और आगरा की इस सभा को संबोधित करते हुए ही बाबा साहेब ने बौद्ध धर्म ग्रहण करने के संकेत दिए थे। बाबा साहेब ने बौद्ध धर्म ग्रहण करने से पहले ही आगरा के चक्की पाट पूर्वोदय बौद्ध विहार में तथागत गौतम बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की और इसी बौद्ध विहार में बाबासाहेब की अस्थि कलश रखे हुए हैं।

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