Last Updated on 2 years by Dr Munna Lal Bhartiya
विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष
हमारे आसपास विद्यमान प्रकृति जैसे भूमि, जल, पेड़-पौधे, वायु आदि इन सभी का समूह पर्यावरण कहलाता है। एक शुद्ध व स्वच्छ पर्यावरण प्राणीमात्र के अस्तित्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । हमारा यह उत्तरदायित्व है कि हम अपने पर्यावरण की सुरक्षा करें जिससे कि सभी प्राणीमात्र एक स्वस्थ जीवन जी सकें । वर्तमान समय में हम देख सकते हैं कि पर्यावरण दूषित हो रहा है जिससे मानव जीवन का अस्तित्व खतरे में है पर्यावरण प्रकृति का स्वरूप बिगड़ रहा है ।
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पर्यावरण को दूषित करने के लिए अधिकांश आधुनिक जीवन शैली,नगरीकरण व औद्योगीकरण उत्तरदायी है। पर्यावरण और प्रकृति का बिगड़ता स्वरूप हमारे वायुमंडल को दूषित कर रहा है जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा अधिक गुना बढ़ जाता है हमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जाग्रत रहना चाहिए । पेड़ पौधे लगाने पर जोर देना चाहिए, पुराने पेड़ पौधों को सहेज कर रखना चाहिए, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे शुद्ध व स्वच्छ वायु मिले।
पर्यावरण की शुद्धता व स्वच्छता अनेक रोगों से हमारे शरीर को सुरक्षित रखती है तथा रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है साथ ही पानी की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। अतः हमारा अपने वायुमंडल के प्रति जागरूक रहना तथा वायुमंडल का स्वच्छ व शुद्ध होना ही एक स्वस्थ जीवनशैली का महत्वपूर्ण आधार है।
डॉ मुन्नालाल भारतीय
समाज सेवी